꧁ ll जय माता दीll꧂

श्री ॐ शक्ति साई सेवाधाम आश्रम प.पु. संतश्री विष्णुजी महाराज (बापुजी) द्वारा *चाहने और प्रेम करने में अंतर* *यदि आप किसी फूल को देखकर तोड़ लेते हैं, तो इसका अर्थ है, कि आप उसे चाहते हैं, यदि आप किसी फूल को देखकर उसके पौधे में जल डालते हैं, तो इसका अर्थ है, कि आप उससे प्रेम करते हैंl* *꧁ ll जय माता दीll꧂*

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