श्री ॐ शक्ति साई सेवाधाम आश्रम प.पु. संतश्री विष्णुजी महाराज बापूज़ी द्वारा *जो गृहस्थ होता है वो बिना आसक्त हुए परिवार के भरण पोषण को करते हुए भी ईश्वर प्राप्त कर सकता है, क्योंकि गृहस्थ एक श्रेष्ठ तपोवन है*| 
*🚩 जय माता दी🚩*

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