श्री ॐ शक्ति साई सेवाधाम आश्रम प.पु. संतश्री विष्णुजी महाराज बापूज़ी द्वारा *जीवन में सबसे बड़ा पाप है हार मान लेना, क्योंकि हार मानने में आप अपने भीतर के ईश्वर के प्रतिरूपी आत्मा की शक्ति को अस्वीकार कर देते है* l

🚩*जय माता दी*🚩

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