श्री ॐ शक्ति साई सेवाधाम आश्रम प.पु. संतश्री विष्णुजी महाराज बापूज़ी द्वारा किसी के अनेक शिक्षक हो सकते है, किन्तु गुरु केवल एक ही होता है जो जन्म-जन्मान्तरों में उसका गुरु बना रहता है जब तक कि शिष्य ईश्वर में मुक्ति के अंतिम लक्ष्य तक नहीं पहुँच जाता  l 
*🚩 जय माता दी🚩*

Comments

Popular posts from this blog